सभी कुल देवी मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जा सकता है इसके तहत मन्दिर के चारों और बाहर की तरह गुलाबी पत्थर (वंशी पहाडपुर) लगवाया जा रहा है | इसके अलावा मन्दिर के अन्दर चारों और तीन फीट ग्रेनाइट लगवाया जा रहा है | मार्बल का सिंहासन बनवाया जाएगा,मन्दिर के अंदर कांच का काम करवाया जाएगा |
इसके अलावा किवाडों पर जर्मन सिल्वर लगवाई जायेगी एवं मन्दिर के बाहर रेलिंग लगवाई जायेगी | इस सब पर लगभग 6 लाख रूपया प्रति मन्दिर की लागत आ रही है | जिसका विवरण इसी अंक में दिया गया है |